एक दिन आनंद पूर्वक बीताने महिलाओं के लिए आयोजित हुआ कार्यक्रम
- हर्राभट माल में महिलाओं का किया सम्मान
- 295 प्रतिभागियों ने लिया भाग
मंडला महावीर न्यूज 29. हर्राभट माल गांव में महिलाओं का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। आयोजित कार्यक्रम में 68 ग्रामों के लोग शामिल हुए। कार्यक्रम में जनपद अध्यक्ष सकुना मरावी, जनपद सदस्य मीना मरावी, हर्राभट माल सरपंच सुनीता उईके और सूरपन नदी घाटी फेडरेशन की महिला नेता उपस्थित रहीं। आयोजित कार्यक्रम में 295 प्रतिभागियों ने भाग लिया। जिनमें 225 महिलाएँ और 70 पुरुष शामिल थे। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सम्मानित करना, लैंगिक समानता को बढ़ावा देना और महिलाओं को सशक्त बनाना था।
कार्यक्रम में महिलाओं को अपनी राय व्यक्त करने और अपने दैनिक दायित्वों से मुक्त होकर एक दिन आनंद पूर्वक बीताने का अवसर प्रदान करने के लिए आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा सरस्वती पूजन से हुई। जिसमें जनपद अध्यक्ष, जनपद सदस्य, सरपंच शामिल रहीं। अतिथियों और महिला प्रतिभागियों का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। जहाँ उन्हें मौसमी फूल पलाश की माला और हल्दी मिश्रित चावल का तिलक लगाया गया। इसके बाद एक भव्य सभा आयोजित की गई, जिसमें अलग अलग गांव के निवासियों ने भाग लिया।
इस आयोजन के लिए महिला नेताओ ने 5 गाव में टोला स्तर पर कुल 15 महिला सभाए आयोजित की। टोला सभा के बाद गांव स्तर पर ग्राम पर्यावरण समिति की 9 बैठके आयोजित की। कार्यक्रम का अजेंडा महिलाओ को बात करने के लिए जगह बनाना और सामुदायिक योगदान से कार्यक्रम को सफल बनाना है। रोज मर्रा की जिंदगी से महिलाएं आपने लिए समय निकाले और खेल का आनंद ले, इस कार्यक्रम का यही उद्देश्य है,जो सफल रहा।
महिला सशक्तिकरण पर की चर्चा
जनपद अध्यक्ष ने महिलाओं की वर्तमान स्थिति और उनके अधिकारों पर प्रकाश डाला। सरपंच और सूरपन नदी घाटी महासंघ की महिला नेत्रियों ने महिला सशक्तिकरण, पारंपरिक भोजन और संस्कृति के संरक्षण, सामाजिक कार्यक्रमों में दोना, पत्तल और पारंपरिक संगीत के उपयोग, प्राकृतिक खेती में देशी बीजों के महत्व, लैंगिक समानता, गाँव के विकास में महिलाओं की भूमिका और उनके अधिकारों पर महत्वपूर्ण विचार साझा किया गया। इसके साथ ही महिलाओं के संसाधनों के उपयोग, प्रबंधन और विकास में भागीदारी पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
महिला सम्मान और सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति
कार्यक्रम के दौरान किशोरी बालिकाओं द्वारा शराबखोरी पर एक प्रेरणादायक नाटक प्रस्तुत किया गया। इसके अलावा गाँव की महिलाओं ने कर्मा नृत्य और पारंपरिक गीतों की शानदार प्रस्तुति दी। नेतृत्व में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली महिलाओं, एकल महिलाओं और प्राकृतिक खेती करने वाली उत्कृष्ट महिला किसानों को गाँव के सम्मानित व्यक्तियों द्वारा गमछा और नारियल देकर सम्मानित किया गया।
महिलाओ को प्रथम भोजन परोस पुरुषो ने की नई पहल
आयोजित कार्यक्रम में तय किया गया कि वे छेरता भात जिसमें सभी लोग गांव से सामान एकत्र कर के सामूहिक भोजन करते है, उस को ध्यान में रखकर कार्यक्रम आयोजित कर इस परंपरा को बनाए रखा। इस दौरान छुआ, छूत और उच्च नीच के भेदभाव को दूर करके सामूहिक भोजन का आनंद लिया गया। कार्यक्रम का समापन पारंपरिक भोजन के साथ हुआ। जिसमें गाँव के लोगों द्वारा तैयार किया गया चावल, दाल, भाजी और पैज दोना, पत्तल में परोसा गया। महिलाओं के सम्मान में पहले सभी महिलाओं को भोजन परोसा गया। उसके बाद पुरुषों ने भोजन ग्रहण करके समाज में एक नयी पहल शुरू की।