धूमधाम से मनाई होली, बरसा गुलाल
- मस्ती में झूमे हुरियारे
- तिलक लगाकर की दीर्घायु की कामना
मंडला महावीर न्यूज 29. जिले भर में होली का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया। रंग के त्यौहार पर खूब जमकर रंग, गुलाल उड़े। बच्चों, युवा, बड़ों ओर बुजूर्गो में उत्साह तो देखा गया। होली के रंग में युवाओं की टोली सुबह से निकली और मोहल्ले-मोहल्ले जाकर गुलाल से पूरे माहौल को सतरंगी कर दिया। युवक टोलियां बनाकर एक-दूसरे के घरों में जाकर रंग लगाते नजर आए। वही जगह-जगह युवकों ने ढोल, बाजे की धुनों पर नाच गाकर होली का पर्व पहले और दूसरे दिन मनाया। यह सिलसिला देर शाम तक जारी है।
होली पर्व को लेकर पुलिस द्वारा सुरक्षा के काफी पुख्ता प्रबंध किए गए थे। हर क्षेत्र मेंं पुलिस के जवानों को तैनात किया गया था। फाग पर रंगों की खुमारी हर वर्ग पर चढ़ी रही। युवा क्या, बच्चे और महिलाओं ने भी टोलियां बनाकर जमकर धमाल मचाया। रंग-बिरंगे गुलाल व रंगों से हर कोई सराबोर दिखाई दिया। सभी ने जमकर होली का लुत्फ उठाया और इस दिन की शुभकामनाएं दीं।
होली के दूसरे दिन निकलते ही बच्चे रंग भरे गुब्बारे लेकर सड़कों पर निकल पड़े। जो भी आता उस पर गुब्बार फोड़ देते। वहीं परिवार के युवा व बड़ों ने बुजुर्गो को गुलाल व रंग लगाकर होली की शुभकामनाएं दीं और शुभाशीष लिया। महिलाओं ने पहले घरों में पकवान बनाए और पूजा अर्चना की। इसके बाद युवा वर्ग, महिला वर्ग अलग-अलग टोलियां बनाकर घरों से निकले। पहले आस-पड़ोस फिर मंदिर या फिर अपने इष्टजनों के यहां पहुंचकर निर्धारित स्थानों पर एकत्र होकर जमकर एक दूसरे को गुलाल और रंग लगाया। वहीं तमाम युवा रंगों में सराबोर होते हुए बाइकों पर सवार होकर निकले। कई स्थानों पर महिलाओं व युवाओं ने अपनी टोलियां बनाकर रंग लगाए और जगह-जगह डीजे की धुनों पर जमकर डांस किया। हर ओर रंग बरसता दिखाई दिया। रंग बिरंगे रंगों से सराबोर हर कोई होली में मदमस्त दिखाई दिया।
हर घर में सजा व्यंजन
पुरानी कहावत है कि होली पर दुश्मन भी गले लग जाते हैं। हर साल होली पर ऐसा ही होता है। यही कारण है कि होली पर घर आने वाले आगंतुकों के लिए गुझिया से लेकर तमाम तरह के पकवान बनाए जाते हैं। इस होली पर भी यही हुआ। शायद ही ऐसा कोई घर रहा हो जहां गुझिया, मठरी, नमकीन, दही बड़ा, मिठाईयां आदि न बनाए हों और जिसका हुरियारों ने इसका खूब लाभ उठाया।
भेजे बधाई संदेश
होली के त्योहार पर सोशल मीडिया में बधाई, शुभकामनाएओं का दौर दिन भर चलता रहा। लोग अपने दोस्त, रिश्तेदारों, जान पहचान वालों को सोशल मीडिया के माध्यम से बधाई संदेश भेजे।
भैया दूज मनाया
होली के दूसरे दिन भैया-दूज पर्व मनाया गया। बहनों ने भाईयों के माथे पर मंगल तिलक लगाकर उनके दीर्घायु की कामना की। भाइयों ने इस मौके पर बहनों को उपहार भी दिए। मंदिरों में विशेष आयोजन भी हुए।
रंग की अपेक्षा गुलाल बना लोगों की पसंद
होली पर्व में लोग अब रंगों की अपेक्षा गुलाल का उपयोग ज्यादा करने लगे है, आमजन अब जागरूक हो रहे है कि पानी की हर बूंद कितनी अनमोल है। पानी के रंगों से परहेज करते हुए अधिकांश लोगों ने गुलाल की सूखी होली खेलना अधिक पसंद किया। जिसके चलते कुछ स्थानों को छोड़कर गली, मुहल्लों और घरों में केवल अबीर-गुलाल की होली खेली गई। जिसके चलते पानी के बचत के साथ-साथ केमिकल युक्त रंगों से शरीर पर होने वाले विपरीत प्रभाव से बचने के लिए लोगो ने अधिक प्रयास किए। गुलाल से होली खेल रहे युवक रोहित चौकसे का कहना था कि केमिकल युक्त रंगों से होली खेलने के बाद काफी समय उसे चेहरे से हटाने में लगता है और गुलाल से होली खेलने पर चेहरा भी खराब नहीं होता है साथ ही गुलाल से उड़ती सुगंध भी मन को अच्छी लगती है।