आपसी संघर्ष में हुई बाघिन की मौत, मिले चोट के निशान
- कान्हा टाइगर रिजर्व किसली जोन के चिमटा कैंप के वृत घंघार क्षेत्र की घटना
मंडला महावीर न्यूज 29. कान्हा नेशनल पार्क में विगत तीन दिन से गिद्ध गणना की जा रही है। इसी गिद्धों की गणना के दौरान सर्वे टीम को किसली जोन के बीट चिमटा, वृत घंघार क्षेत्र में बाघिन का शव मिला। मृत बाघिन की पहचान टी-58 के रूप में की गई है। बाघिन की उम्र करीब 10 से 12 वर्ष के बीच बताई गई। कार्यवाही करते हुए घटना स्थल को सुरक्षित किया गया व डॉग स्क्वाड की सहायता से घटना स्थल एवं उसके आस-पास छानबीन की गई।
जानकारी अनुसार विगत दिवस मंगलवार को गिद्ध गणना के दौरान वन विभाग की टीम को बाघिन का शव बीट चिमटा, वृत घंघार क्षेत्र में मिला। शव तीन से चार दिन पुराना था। मृत बाघिन के शरीर में चोट के निशान थे, जो प्राथमिक जांच में बाघों के बीच आपसी संघर्ष से मौत का कारण बताया जा रहा है। बाघिन के शव सभी अंग मौजूद थे।
जिला लाईन फीमेल के नाम से जाना था
बताया गया कि चिमटा कैंप के राजा कछार क्षेत्र में मिले बाघिन को टी-58 के नाम से जाना था, इस बाघिन को जिला लाइन फीमेल का नाम मिला था। बताया गया कि मृत बाघिन का नाम जिला लाइन फीमेल इसलिए पड़ा, क्योंकि वह पहली बार मंडला-बालाघाट जिले की सीमा क्षेत्र में देखी गई थी।
पीएम कर किया अंतिम संस्कार
पार्क प्रबंधन ने नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (एनटीसीए) की गाइडलाइन के अनुसार मृत बाघिन के शव पर कार्रवाई की। बाघिन के शव का पोस्टमार्टम विशेषज्ञ वन्यजीव चिकित्सक डॉ. संदीप अग्रवाल, डॉ. आरएम भुरमुदे एसव्हीएस, रमेश वारेश्वा, पशु चिकित्सक मोहगांव द्वारा किया गया है। पोस्टमार्टम और अन्य आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करने के बाद बाघिन के शव का संबंधित अधिकारियों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कर दिया गया। निर्धारित प्रक्रिया अनुसार शवदाह, भस्मीकरण की कार्यवाही सुश्री संध्या आईएफएस वन संरक्षक कार्य आयोजना बालाघाट, सुश्री अमीता केबी आईएफएस उपसंचालक कान्हा, अजय ठाकुर सहायक संचालक बंजर, दिनेश वरकड़े तहसीलदार बिछिया, परशराम चौहान एनटीसीए प्रतिनिधि, चन्द्रेश खरे वन्यप्राणी अभिरक्षक (मानद), श्रीमति श्यामबती उइके सरपंच ग्राम पंचायत खटिया व अन्य की उपस्थिति में की गई।