- श्रीमद् भागवत महापुराण के समापन पर भाव विभोर हुए श्रृद्धालु
- श्री सिद्धेश्वर धाम सुरंगदेवरी में कन्या भोज, भंडारे के साथ पुराण का समापन
मंडला महावीर न्यूज 29. श्री सिद्धेश्वर धाम सुरंगदेवरी में श्रीमद् भागवत महापुराण का संगीतमय कथा का आयोजन और वाचन सांई भक्त पंडित ललित मिश्रा द्वारा किया गया। संगीतमय श्रीमद् भागवत महापुराण कथा का श्रवण करने बड़ी संख्या में श्रृद्धालु दूर-दूर से पहुंचे। नौ दिवसीय श्रीमद् भागवत महापुराण का संगीतमय कथा में श्रीकृष्ण सुदामा की मित्रता, माँ नर्मदा का बखान, भामासुर-श्रीकृष्ण का प्रसंग, पूतना वध, गोवर्धन पूजा, श्रीकृष्ण की मानख चोरी की लीला समेत भागवत पुराण में भागवन की कई प्रमुख लीलाओं का वर्णन पंडित ललित मिश्रा द्वारा किया गया। श्रीमद् भागवत पुराण के समापन अवसर पर सांई जन्मोत्सव भी धूमधाम से मनाया गया।
जानकारी अनुसार नौ दिवसीय श्रीमद् भागवत पुराण का नौवें दिन समापन किया गया। समापन अवसर पर श्री सिद्धेश्वर धाम सुरंगदेवरी में महा दरबार का आयोजन भी किया गया। इस दरबार में हजारों की संख्या में श्रृद्धालुओं का तांता लगा रहा। आसपास के ग्राम समेत जिला मुख्यालय से हजारों लोग सांई दरबार में पहुंचे। श्रीमद् भागवत पुराण के समापन पर मंत्र उच्चारण और विधि विधान से श्रृद्धालुओं ने आहुतियां दी। हवन के बाद भगवान की महाआरती की गई। इसके बाद सांई जन्मोत्सव कार्यक्रम शुरू किया गया। जहां भगवान श्री गणेश, श्री हरि, श्री राम, माँ दुर्गा और सांई की स्तुति की गई।
भाव विभोर हुए भक्त
श्रीमद् भागवत पुराण के समापन पर चल रही स्तुति के दौरान उपस्थित हजारों भक्तों के बीच कुछ भक्त भाव विभोर हो उठे, भजन और आरती की धुन से उपस्थित श्रृद्धालु भाव मुद्रा में आ गए। काफी देर तक भक्त भाव खेलते रहे। भगवान की भक्ति में लीन भक्त श्री राम जय राम जय जय राम, राधे कृष्ण, राधे कृष्ण नाम जपते रहे।
कन्या भोज के साथ हुआ भव्य भंडारा
नौ दिवसीय श्रीमद् भागवत पुराण के समापन में हजारों भक्त दरबार में पहुंचे। यहां हवन पूजन के बाद कन्या पूजन और कन्या भोज कराया गया। इसके बाद समापन पर पहुंचे भक्तों ने विशाल भंडारे का प्रसादी ग्रहण किया। भंडारा देर शाम तक चलता रहा, जो भी भक्त दरबार में पहुंचा, प्रसादी पाकर ही यहां से लौटा।