वार्षिक गणना में तय होगी कान्हा पार्क के वन्यजीवों की संख्या

  • वार्षिक गणना में तय होगी कान्हा पार्क के वन्यजीवों की संख्या
  • वन्यजीवों के मिले चिन्हों से होगी इनकी संख्या की गणना
  • वन्यप्राणियों की वार्षिक फेस-4 गणना में वनकर्मी जुटा रहे इकोलॉजिकल एप में जानकारी

मंडला महावीर न्यूज 29. आदिवासी बाहुल्य मंडला जिला साल, सागौन समेत अनेक वनोषौधियों की खूबसूरती से यहां की प्राकृतिक में चार चांद लगा रहे है। अनेक वनांचल क्षेत्रों में प्राकृतिक के अद्भूत नजारे के साथ अनेक प्रकार के वन्य प्राणियों की भी भरमार है। जिसके लिए जिले की पहचान है। यहां देशी, विदेशी पर्यटकों की आमद साल भर होती है। मंडला जिला प्राकृतिक रूप से समृद्ध होने के साथ, यहां बाघ, तेंदुआ, बारासिंघा, चीतल, हाथी, हिरण समेत अनेक प्रकार के वन्य प्राणियों की कमी नहीं है। इन्ही वन्य प्राणियों की गणना के लिए फेज 4 प्राणाली के अतंर्गत कान्हा टायगर रिजर्व के प्रत्येक बीट में वन कर्मी पैदल चलकर बाघ, तेंदुआ, चीतल, सांभर, बारासिंघा, भालू समेत अन्य वन्यजीवों के चिन्हों को एक ऐप के माध्यम से संकलित कर रहे है। कान्हा के वन्यप्राणियों की गणना की गई। सर्वे गणना के दौरान कान्हा पार्क में बाघ, तेंदुआ, भालू, बारासिंघ समेत अन्य वन्य प्राणियों के साक्ष्य की उपस्थिति मिली है।

जानकारी अनुसार वन्यप्राणियों की वार्षिक फेस-4 गणना के दौरान वन अमले को अनेक प्रकार के वन्यप्राणियों के पग चिन्ह और उनकी उपस्थिति के निशान मिले। जिनकी मौके पर ही ऑनलाइन जानकारी दर्ज की जा रही है। अब इन जानकारियों को एकत्र कर डेटा इंडियन इंस्टीट्यूट आफ वाइल्ड लाइफ देहरादून भेजा जाएगा। इसके लिए डेटा कलेक्शन का कार्य किया जा रहा है। इस बार भी विगत वर्ष की तरह ही डेटा कलेक्शन पूरी तरह पेपर लेस है। वन कर्मियों द्वारा एम-स्ट्राइप इकोलॉजिकल एप की मदद से वन्य प्राणियों की मौजूदगी की जानकारी भरी जा रही है।

वन्यजीवों की गणना में 600 वनकर्मी है तैनात 

देश, विदेश और मध्यप्रदेश में बाघों के लिए प्रसिद्ध कान्हा टाइगर रिजर्व में शीतकालीन वन्य प्राणी गणना चल रही है। जिसमें सभी प्रकार के वन्यजीवों की गणना की जा रही है। इस कार्य के लिए कान्हा टाइगर रिजर्व के 180 से अधिक बीटों में करीब 600 वन कर्मचारियों को तैनात किया गया है। वन्यप्राणियों की वार्षिक फेस-4 गणना के लिए तैनात कर्मचारियों द्वारा स्ट्राइप इकोलॉजिकल से ये डाटा सुरक्षित कर रहे है। बताया गया कि 29 दिसंबर से शुरू हुई वन्यजीवों की यह गणना एक सप्ताह तक की जाएगी। इस गणना में कान्हा और वन विभाग के वनरक्षक, वनपाल, सुरक्षा कर्मी समेत अन्य संबंधित अधिकारी, कर्मचारियों को पहले ही प्रशिक्षित किया गया है।

विगत वर्ष पौने दो लाख मिले कान्हा में वन्यप्राणी 

वन्यप्राणियों की वार्षिक फेस-4 गणना के अंतर्गत विगत वर्ष भी कान्हा टाइगर रिजर्व के मांसाहारी, शाकाहारी वन्यप्राणियों की गणना की गई थी। इस गणना के दौरान कान्हा पार्क में मौजूद वन्य प्राणियों की संख्या लगभग पौने दो लाख के आसपास आंकी गई थी। फेस 4 गणना में विगत वर्ष लगभग 148 बाघ, 140 तेंदूआ, 11 सौ बारह सिंघा, 50 हजार 500 चीतल, 11 हजार 400 संभार, 35 सौ डियर, 8 हजार 300 गौर, 74 हजार लंगूर, 23 हजार वन सुअर समेत अन्य वन्यजीवों की संख्या को आंका गया था।

प्रशिक्षण लेकर एकत्र कर रहे वन्यजीवों की संख्या 

कान्हा नेशनल पार्क के सहायक संचालक पुनीत गोयल ने बताया कि वन्यजीवों की वार्षिक फेस-4 गणना करने से पहले वनकर्मियों को कान्हा प्रबंधन द्वारा वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सहयोग से 6 व्यावहारिक प्रशिक्षण सत्र आयोजित कर प्रशिक्षित किया गया था। इन सत्रों में कान्हा के वनकर्मियों को इस गणना के सभी पहलुओं की जानकारी दी गई। इसके साथ ही इस गणना के लिए उन्हें इकोलॉजिकल ऐप का प्रशिक्षण भी दिया गया था। इस ऐप के माध्यम से ही वनकर्मी कान्हा के वन्यजीवों के चिन्हों का संकलन कर रहे है। इस कार्य में करीब 600 वन कर्मचारियों को शामिल किया गया है। जिसमें रेंजर, डिप्टी रेंजर, फोरेस्ट गार्ड, सुरक्षा श्रमिक सहित कान्हा का पूरा अमला इस वार्षिक गणना में लगा हुआ है। वन्यजीवों के प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष चिन्हों के आधार पर यह आकलन किया जा रहा है। जिससे कान्हा में मौजूद वन्यप्राणियों की गणना की जा सके।

इनका कहना है

वन्यप्राणियों की वार्षिक फेस-4 गणना में डिप्टी रेंजर और फॉरेस्ट का पूरा अमला लगा है। इसमें वन्यजीवों के प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष चिन्हों के आधार पर अंदाजा लगाया जाता है कि कान्हा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में वन्यजीवों की कितनी संख्या है।
पुनीत गोयल, सहायक संचालक
कान्हा नेशनल पार्क, मंडला



 

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