- 139 साल पहले बना था जिला मुख्यालय का सेंट लूक्स चर्च
- आज भी चमक बरकारार, क्रिसमस की तैयारी में जूटे ईसाई समाज के लोग
मंडला महावीर न्यूज 29. प्रभू यीशू का जन्मदिन मनाने के लिए शहर के चर्च सज गए हैं। आज यहां विशेष आयोजन होंगे। हर कोई प्रभु यीशु का जन्मदिन अपने तरीके से मनाने की तैयारी कर चुके है। शहर में कहीं तो घर में भगवान यीशु की गौशाला बनाई गई है, तो कहीं गिरजाघरो में। शहर में पुराने गिराजाघर की रंग बिरंगी लाईटो से सजकर तैयार हो गया हैं। जिला मुख्यालय में स्थित सेंट लूक्स चर्च करीब 139 साल पुराना है। कलेक्ट्रेट मार्ग में स्थित सेंट लूक्स चर्च अपने आप में ही खास हैं। ये शहर का सबसे पुराना चर्च होने के साथ ही अंग्रेज इंजीनियर द्वारा पत्थर और मिट्टी से बनाया था। इसकी स्थापना 18 अक्टूबर 1885 में की गई थी। इतना ही नहीं शहर में बाढ़, भूकंप आने पर भी ये चर्च डिगा भी नहीं।
बताया गया कि चर्च शहर का सबसे प्राचीन और पहला, पुराना चर्च है। प्रभु यीशु का प्रतीक माना जाता है स्टार प्रभू यीशू के जन्म दिन के अवसर घर में जहां खुशियां मनाई जाएंगी। वहीं घरों में साफ सफाई के साथ ही विशेष पकवानों की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। सेंट लूक्स चर्च के सामने चरनी बनाई गई है। जहां प्रभू का जन्म हुआ था। इसे प्रतीक रूप में चर्च के ठीक सामने सजाया जा रहा है। क्रिसमस की साज सज्जा में मुख्य हिस्सा होता है स्टार। हर सदस्य के घर में स्टार लगाकर डेकोरेट किया जाता है।
बताया गया कि ज्योतिषियों ने तारे देखकर ही बताया था कि परमात्मा यीशु का जन्म होने वाला है। इसलिए स्टार का खास महत्व हैं। यह यीशु के आगमन का प्रतीक और शुभ चिन्ह माना जाता हैं। इस पर्व को लेकर बच्चों में विशेष उत्साह रहता है। बच्चे शांता क्लाज आने का इंतजार करते हैं जो उन्हें फूल एवं फल के साथ विशेष उपहार देगा। सेंट लूक्स चर्च से फादर रेव्ह.संजीत पार्वे ने बताया कि नवम्बर माह के अंतिम सप्ताह से क्रिसमस पर्व के अंतर्गत आयोजन शुरू हो जाते हैं। चर्च में विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। चर्च परिसर में गीत, नृत्य की प्रस्तुतियां दी जाएगी। क्रिसमस ट्री के पास अपना वचन बोलकर केंडल जलाई जाएगी। सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद प्रीतिभोज का आयोजन भी किया जाएगा।