कड़ाके की ठंड में जल संकट से जूझ रहे ग्रामीण

  • कड़ाके की ठंड में जल संकट से जूझ रहे ग्रामीण
  • ग्राम पंचायत आमगांव के पोषक ग्राम घुरनेर में जल संकट
  • एक माह से जल जीवन मिशन की नल जल योजना बंद
  • एक माह पूर्व नलजल योजना का बोर धसा
  • दो किमी जाकर नहर की केनाल और एक निजी बोर का ले रहे सहारा

मंडला महावीर न्यूज 29. ग्राम पंचायत आमगांव के पोषक ग्राम घुरनेर के ग्रामीण इन दिनों जल संकट से जूझ रहे हैं। बताया गया की ग्राम में नल जल योजना संचालित हैं लेकिन लगभग एक माह से बंद पड़ी है। नल जल योजना से ग्रामीण में आक्रोश पनप रहा है। एक हजार से ऊपर वाली आबादी वाला क्षेत्र में जहां ढाई सौ से अधिक कनेक्शन है। वहीं मात्र एक हैंडपंप वर्तमान में चालू है। ग्रामीण लगभग दो किमी दूर से केनाल की नहर का पानी ला रहे हैं और एक निजी बोर से पानी लाकर अपनी प्यास बुझा रहे है।

जानकारी के अनुसार ग्राम घुरनेर में लगभग एक माह से जल जीवन मिशन की नल जल योजना बंद पड़ी है। बताया गया की ग्राम में एक बोर से नल जल योजना संचालित रही लेकिन एक माह पूर्व अचानक बोर नीचे धसक गया। अब ग्राम में जलसंकट की स्थित उत्पन्न हो गई है। यहां के ग्रामीणों को पानी के लिए ठंड पर कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। ग्राम से लगभग दो किमी दूर पैदल जाकर नहर की केनाल और एक निजी बोर का सहारा लेना पड़ रहा है।

बताया गया की ग्राम के शिव टेकरी में इन दिनों श्रीमद भागवत कथा का आयोजन भी चल रहा हैं ग्रामीणों का कहना है हमारे यहां मेहमान भी आए है। हमें आधा समय पानी भरने में ही निकल जाता हैं हम कथा का श्रवण ही नहीं कर पा रहे हैं और तो और सामाजिक बड़े कार्यक्रमों पर हमें टैंकर बुलवाना पड़ रहा है। संबंधित अधिकारियों से कई बार हमने अवगत कराया लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अब हम आंदोलन करेंगे। ग्राम की महिलाओं ने कहा कि तीन दिन में हमारी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हम उग्र आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे जिसकी जवाबदारी प्रशासन की होगी।

नए खनन से मिलेगी समस्या से निजात 

बताया गया कि ग्राम में एक सरकारी बोर से नल जल योजना संचालित रही हैं बोर के धंसक जाने से ग्राम में जल संकट गहरा गया है। इस विषय में जब हमने पंचायत के जवाबदार कर्मियों और जनप्रतिनिधियों से बात की तो उन्होंने कहा कि बोर को सुधारने का प्रयास पीएचई विभाग ने कराया परंतु मशीन और नीचे चले गई। अब नया खनन करवाया जाएगा। लेकिन पीएचई विभाग कब करेगा इसकी जानकारी अभी नहीं है। वही ग्रामीणों का कहना है कि जब तक नलजल योजना शुरू नहीं हो रही है। पंचायत टैंकर के माध्यम से पानी उपलब्ध करा सकता है। लेकिन पंचायत भी ध्यान नहीं दे रही है।

इनका कहना हैं

हमारे गांव में धार्मिक आयोजन चल रहा है। मेहमान भी आए हैं हम जल संकट से परेशान है। मेहमानों को देखें कि पानी भरें कि पुराण सुने। अगर समस्या का हल नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन करेंगे।


फूलमती बाई, ग्रामीण महिला

एक महीने से पानी पानी को तरस रहे हैं। कई बार अधिकारियों से निवेदन आवेदन किए मजबूरी में एनीकट के पास केनाल नहर का पानी पी रहे हैं। बच्चे भी बीमार हों रहे हैं।


वैजयंती बाई, ग्रामीण महिला

जल संकट को लेकर कई बार उच्च अधिकारी से बात की हैं लेकिन फिर करूंगा जल्द ही समस्या का निदान होगा
वीरेंद्र धर द्विवेदी, उपसरपंच

मैने पीएचई विभाग से चर्चा की है कि जल्द ही नए खनन कराए जाए पानी की समस्या से निजात पाने के लिए जल्द ही समस्या से निजात दिलाया जाएगा।
दीप्ति यादव, सीईओ जनपद पंचायत निवास


रिपोर्टर- रोहित प्रशांत चौकसे


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