- बिछिया बीएमओ ने घायल युवक को बताया मृत
- परिजनों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में किया हंगामा
- परिजनों ने किया हंगामा, परिजनों ने सौंपा ज्ञापन
मंडला महावीर न्यूज 29. विकासखंड बिछिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थत बीएमओ पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने दुर्घटना में घायल युवक को मृत बता कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया जबकि युवक जीवित अवस्था में था। बिछिया थाना प्रभारी धर्मेंद्र सिंह धुर्वे का कहना है कि चंग़रिया गांव के निवासी गणेश यादव के पुत्र 19 वर्षीय पुष्पेंद्र यादव और उसका छोटा पुत्र अजय यादव 25 नवंबर की सुबह दोनों बाइक में सवार होकर कोसमपानी से चंग़रिया की ओर आ रहे थे।
बताया गया कि बुधनवारा के नजदीक किसी अज्ञात मोटरसाइकिल चालक ने उन्हें टक्कर मार दी। दुर्घटना में पुष्पेंद्र और अजय घायल हो गए जिन्हें राहगीरों के द्वारा ऑटो रिक्शा में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिछिया लाया गया। जहां जांच पड़ताल के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिछिया के बीएमओ डॉक्टर सज्जन उईके ने पुष्पेंद्र यादव को मृत घोषित कर दिया और शव को पोस्टमार्टम के लिए मरचूरी में रखने भेज दिया। पुष्पेंद्र के पिता गणेश यादव एवं उनके परिजनों का कहना है कि खिड़की से उन्होंने मर्चुरी में देखा तो उन्हें लगा कि पुष्पेंद्र के हाथ पैरों में हरकत हो रही है। वह तत्काल इस बात की सूचना चिकित्सकों को देने गए।
बताया गया कि परिजनों के संतुष्टि के लिए पुन: पुष्पेंद्र यादव की जांच पड़ताल की गई और ऑक्सीजन लगाया, लेकिन युवक पुष्पेन्द्र दम तोड़ चुका था और मृत घोषित कर दिया। संभवत दोबारा उसकी जांच पड़ताल ही परेशानी का सबब बन गई। मृतक के परिजन आरोप लगाने लगे कि यदि समय पर पुष्पेंद्र को इलाज मिल गया होता तो उसकी मृत्यु नहीं हुई होती और इसी बात पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में भीड़ जमा होने लगी। टी आई धर्मेंद्र सिंह का कहना है कि मौके पर बिछिया तहसीलदार दिनेश बरकड़े को भी बुलवाया गया और परिजनों को समझाइश देकर वापस भेजा गया। पुलिस का कहना है कि पीएम रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहां कुछ कहां जा सकता हैै।
परिजनों ने सौंपा ज्ञापन
बताया गया कि घटना जानकारी लगने के बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया और अस्पताल स्टाफ व चिकित्सकों पर कठोर कार्रवाई की मांग की। हंगामा के बाद थाना प्रभारी के साथ तहसील व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। परिजनों ने ज्ञापन सौंपा। कार्रवाई की मांग की है जिससे भविष्य में ऐसी पुनरावृत्ति न हो।