- जिले का एक मात्र खेल मैदान लापरवाही, प्रशासनिक उदासीनता का शिकार
- खिलाडिय़ों के लिए नहीं है मूलभूत सुविधाएं
मंडला महावीर न्यूज 29. जिले का एकमात्र खेल मैदान, महात्मा गांधी स्टेडियम, प्रशासनिक उदासीनता और लापरवाही का शिकार है। यह मैदान जिले के खिलाडिय़ों और खेल प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है, लेकिन वर्तमान में इसकी हालत बेहद दयनीय हो चुकी है। लाखों रुपये खर्च किए जाने के बावजूद स्टेडियम में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है, जो खिलाडिय़ों के उत्साह और प्रदर्शन पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है।
बताया गया कि स्टेडियम में साफ पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। खिलाडिय़ों और आगंतुकों को साफ पानी के बजाय गंदगी और बदबू का सामना करना पड़ता है। खेल आयोजनों और अन्य कार्यक्रमों के लिए मंच जैसी बुनियादी सुविधा का भी अभाव है। इसके अलावा, मैदान की सफाई और रखरखाव पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिससे स्टेडियम की उपयोगिता लगातार घटती जा रही है। खिलाडिय़ों ने प्रशासन के समक्ष कई बार अपनी समस्याएं रखीं, लेकिन उनकी शिकायतों पर अब तक कोई ध्यान नहीं दिया गया।
खेल प्रेमियों का कहना है कि प्रशासन की इस लापरवाही ने खिलाडिय़ों को हतोत्साहित कर दिया है और उनके भविष्य पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोग और खिलाड़ी अब इस दुर्दशा के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। उनका कहना है कि प्रशासन को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी और स्टेडियम की स्थिति सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो खिलाडिय़ों और नागरिकों को आंदोलन का सहारा लेना पड़ सकता है।