- स्थानीय मड़ई किसी त्यौहार से कम नहीं
- ग्राम पदमी, सेमरखापा में सजी दुकानें
- खरीददारी के लिए उमड़े लोग
मंडला महावीर न्यूज 29. आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला आदिवासियों की परंपरा और यहां के रीति-रिवाज के लिए जाना जाता है। यहां वर्षो पुरानी परंपराओं को आज भी जिले के आदिवासी और स्थानीय लोग बखूबी निभाते आ रहे हैं और आज भी मड़ई मेले का आयोजन करते हैं। मंडला जिले में भी रियासत काल से चली आ रही वर्षो पुरानी परंपरा निभाई जा रही है। इस परंपरा के तहत मंडला मड़ई के आयोजन से शुरूआत की जाती है। मंडला मड़ई के बाद जिले के अलग-अलग ग्रामों और वनांचल क्षेत्र में मड़ई मेला का आयोजन शुरू होता है। जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में लगने वाले मेलों में दूर-दूर से लोग मनोरंजन के साथ एक दूसरे से मिलने का मौका मिलता है।
जानकारी अनुसार मंडला जिले में दीवाली की दूज से मड़ई मेले की शुरूआत हो जाती है। दूज को लगने वाली मड़ई के बाद चतुर्थी, पंचमी में बिनैका, सेमरखापा, पदमी समेत अन्य ग्रामों में मड़ई का आयोजन किया जाता है। पंचमी में ग्राम पदमी और सेमरखापा में मड़ई का आयोजन किया गया। वहीं ग्राम सेमरखापा में लगने वाली मड़ई प्रतिवर्ष दो दिवसीय आयोजित की जाती है। जहां दूर-दूर से लोग मेले का आनंद लेने पहुंचे।
मड़ई-मेलों की शुरूआत हो चुकी है। पंचमी तिथि के दिन ग्राम पदमी और सेमरखापा में मड़ई भरी गई। बताया गया कि ग्राम पदमी मड़ई का आयोजन हर साल कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी को किया जाता है। परंपरा अनुसार मड़ई में ग्राम पदमी सहित आसपास के कई अन्य ग्रामों से अहीर चंडी ब्याहने यहां पहुंचे। मड़ई में खिलौने, मिठाई, चूड़ी, कपड़े, बर्तनों की दुकानें लगाई गई थी। यहां के लोगों का कहना था कि उनके लिए स्थानीय मड़ई किसी त्यौहार से कम नहीं होती है। ग्रामवासी इसके लिए तैयारी हफ्ते पहले से करते हैं। इस अवसर ग्रामवासी अपने रिश्तेदारों व दोस्तों को अपने घर बुलाकर आदर सत्कार करते हैं और उनके साथ मड़ई का आनंद उठाते हैं।
किसी ने खरीदी मिठाई तो किसी ने खरीदे खिलौने
मड़ई में सभी वर्ग के लोगों के लिए खाने-पीने से लेकर मनोरंजन और कई आवश्यक सामग्रियों की दुकानें लगाई गई थी। दीवाली में जहां मिठाईयों की कीमत 300 से 1000 रूपये प्रति किग्रा थी तो वहीं मड़ई की मिठाईयां 60 से 80 रूपये प्रति किग्रा में बिकी। शक्कर के अधिक इस्तेमाल से बनने वाली इन मिठाईयों की बच्चों ने जमकर खरीदी कराई। मड़ई में दैनिक जरूरत के सामान के साथ अन्य सामग्रियों की खरीदी लोगों ने की। बिनैका मड़ई में देर शाम तक काफी भीड़-भाड़ देखने को मिली।
अनेक ग्रामों के पहुंचे लोग
ग्राम पंचायत पदमी में भी लोगों ने मड़ई का खूब लुत्फ उठाया। आयोजित मड़ई में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। पदमी ग्राम पंचायत के अलावा, हिरदेनगर, कौरगांव, औघटखपरी, खड़देवरा, पुरवा, रामबाग, रामनगर, माधोपुर समेत अन्य गांव के लोगों ने पहुंचकर खरीददारी की। शाम चार बजे चंडी पूजन किया गया। मड़ई क्षेत्र के साथ ही अहीर घर-घर जाकर अशीष दिया।
अब यहां लगेगा मेला
बताया गया कि दीवाली से लेकर होली पर्व तक मड़ई, मेलों का दौर चलता है। इस दौरान जिले के अलग-अलग ग्रामों में मड़ई आयोजित की जाती है। मंडला मड़ई के बाद मेला का आयोजन शुरू हो गया है। बुधवार को पदमी ग्राम में मड़ई का आयोजन किया गया। अब ग्राम जंतीपुर, राजीव कालोनी, सहस्त्रधारा, सीतारपटन, नारायणगंज मुख्यालय समेत अन्य ऐतिहासिक मड़ई का आयोजन आगामी दिनों में आयोजित किया जाएगा।