- मोडिफाई साईलेंसर बना आमजनों की मुसीबत
- कान फोड़ू और गोली की आवाज से दहशत में आ रहे राहगीर
- रात्रि में कर रहे धमाचौकड़ी, पुलिस प्रशासन का ध्यान नहीं
मंडला महावीर न्यूज 29. जिले में दो पहिया और चौपहिया वाहनों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। इसके साथ ही इस समय जिले के युवाओं में बुलेट व मोडिफाई बाइक का क्रेज सिर चढ़कर बोल रहा है। युवा बुलेट खरीदकर उसके ऑरिजनल साइलेंसर को हटवा कर पटाखे या गोलियों जैसी आवाज निकालने वाले साइलेंसर लगवा लेते है, जिससे कान फोडू आवाज निकल रही है, इससे राहगीर, आमजन परेशान हो रहे है। ऐसे तेज आवाज करने वाले साइलेंसरो पर पाबंदी लगाई गई है, बावजूद इसके जिले के युवा बाज नहीं आ रहे हैं। चालानी कार्रवाई की जाती है, लेकिन इन सबका इन युवाओं पर कोई असर दिखाई नहीं दे रहा है। युवा अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे है। चालानी कार्रवाई के बाद भी जिले के कई क्षेत्रों में कान फोड़ू साइलेंसर की आवाज से लोग परेशान है। विगत दो तीन दिनों से राजीव कालोनी पॉलीटेक्निक मार्ग में पांच छह बुलेट सवार रात्रि 9.30 बजे के बाद तेज रफ्तार और कान फोडू फटाखे की आवाज निकालते हुए जाते देखे जा रहे है। जिसके कारण इस क्षेत्र के लोग काफी परेशान है।
जानकारी अनुसार जिले के कई क्षेत्र में इन दिनों बुलेट बाइक समेत मोडिफाई बाईक से पटाखे वाली आवाज से आमजन को परेशान करने का सिलसिला जारी है। बुलेट के पटाखे बजाने वालों की शिकायतें आती है, जिन पर कार्रवाई भी की जाती है, लेकिन कुछ बाईकर्स पुलिस को देखकर ये गली, कूचो से भाग जाते है। स्थानीय पुलिस की नरमी के चलते ये बाईकर्स अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे है। एक तरफ यातायात पुलिस इन बाइकर्स को समझाईश दे रही है कि कि अपने दोपहिया वाहन में तेज आवाज करने वाले साइलेंसर ना लगाए। लेकिन कई बाईक सवार मानने को तैयार नहीं है।
अनसेफ है नकली साइलेंसर
बताया गया कि युवा वर्ग इस समय बुलेट मोटर साइकिल पर लगा कंपनी का साइलेंसर हटवाकर अनसेफ साइलेंसर लगवा रहे हैं, जिसकी कोई गारंटी नहीं होती है। कंपनी के साइलैंसर जो लगभग पांच हजार रुपये की कीमत के होते हैं, जबकि नकली साइलेंसर 800 रुपये से मिलना शुरू हो जाते है, लेकिन यह साईलेंसर ऑरिजनल साईलेंसर की अपेक्षा अधिक आवाज करने वाले होते है। इन साईलेंसरों से अधिक आवाज के साथ गोली जैसी आवाज भी निकलती है। जिससे कम दिल वाले व्यक्तियों के अनसेफ है। ये कान फोडू आवाज अचानक निकालने से कभी भी कोई भी घटना घटित हो सकती है। ऐसे बुलेट सवारों पर पुलिस प्रशासन को सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए।
युवाओं के कहने पर लगाना पड़ता है तेज आवाज वाले साइलेंसर
मोटरसाइकिल रिपेयर करने वाले ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि कंपनी का साईलेंसर धीमी आवाज करता है, लेकिन नकली साईलेंसर में जाली निकालने के बाद वह अधिक आवाज करता है, इसके साथ ही बुलेट मोटर साइकिल पर नकली साईलेंसर की पहचान है कि नकली साईलेंसर कंपनी के साइलैंसर से अधिक लंबे होते हैं, और गोली या फिर पटाखा छोडऩे के लिए इंजन के बीच लगे प्लग का गैप कम करके उसकी सेटिंग की जाती है, जो चलते हुए मोटर साइकिल को बंद करने के बाद दोबारा चलाने पर उसमें खुद ब खुद साइलैंसर की आवाज फटाखें जैसी आने लगती है, जो कानूनी तौर पर गलत है। लेकिन गाडिय़ों में लगवाने के लिए युवा आते हैं तो हमें साईलेंसर लगाने पड़ते है।
10 से 12 प्रकार के आते है मोडिफाई साईलेंसर
बाईक सुधारने वाले ने बताया कि ऑरिजनल साईलेंसर के अलावा बाजार में 10 से 12 प्रकार के नकली साईलेंसर भी आते है, जिनकी आवाज ऑरिजनल साईलेंसर से तेज होती है। जिले भर में दौडऩे वाले दोपहिया वाहनों में मोडिफाई वाहन और बुलेटों पर 80 प्रतिशत ऐसे वाहन है, जिनमें मोडिफाई साईलेंसर लगे हुए है। ऐसे साईलेंसर इन मनचलो और स्टंट दिखाने वाले युवाओं की बाईक में ज्यादा देखे जाते है। वैसे तो इन साईलेंसरों की कीमत ऑरिजनल साईलेंसर से कम ही होती है। इनकी कीमत 800 रूपए से शुरू हो जाती है, जो 03 से 04 हजार तक ऑटो पार्ट्स की दुकानों में आसानी से मिल जाते है।
मोडिफाई सायलेंसर बन रहे मुसीबत
जिला मुख्यालय में कुछ युवा बुलेट बाइक में मोडिफाई सायलेंसर का उपयोग कर रहे हैं। इन बाइक चालकों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। बुलेट चालक प्रतिदिन शहर समेत मुख्यालय के समीपी क्षेत्रों में तेज आवाज निकालते नजर आ रहे है। इनके द्वारा मोडिफाई साइलेंसर का उपयोग कर विगत तीन चार दिनों से राजीव कालोनी मार्ग में तेज व विकृत आवाज बुलेट चालक निकाल रहे हैं। जिससे सड़क में चलने वाले आमजन परेशान हो रहे हैं। जन मांग है कि मोडिफाई साइलेंसर का उपयोग कर रहे तेज रफ्तार बाइक चालकों पर कार्रवाई की जाए।
सड़कों पर स्टंट और पटाखे की आवाज निकालना नियम विरुद्ध
सड़कों पर स्टंट और गोली और पटाखे जैसी आवाज निकालना यातायात अधिनियम के खिलाफ है। मार्ग पर चलते समय अचानक इस प्रकार की आवाज आने से कोई सड़क पर गिर सकता है, कोई हादसा हो सकता है और किसी की जान भी जा सकती है। इस पर तत्काल प्रभाव से पुलिस प्रशासन को रोक लगानी चाहिए नहीं तो इसके दुष्परिणाम हो सकते हैं।
संजीव पाठक, एडवोकेट
इनका कहना है
मामला संज्ञान में लगाया गया है, यदि युवक बुलेट या अन्य वाहनों में मोडिफाई साईलेंसर लगाकर तेज आवाज निकाल रहे है, तो मौका क्षेत्रों का निरीक्षण कराया जाएगा और सीसीटीवी के माध्यम से ऐसे युवकों को ट्रेस करके कार्रवाई की जाएगी।
ललित धुर्वे, यातायात थाना प्रभारी, मंडला