- महिलाओं ने प्राकृतिक खेती में दिया अद्वितीय योगदान
- ग्राम नरेनीमाल में ग्रामीण महिला किसान सशक्तिकरण महोत्सव आयोजित
- प्राकृतिक खेती, परंपरा और सामुदायिक संसाधनों का मनाया उत्सव
- महिला किसानों का किया गया सम्मान
मंडला महावीर न्यूज 29. सुरपन नदी घाटी फेडरेशन और ग्राम पंचायत नरेनी माल के सहयोग से खेरमाई ग्राउंड नरेनी माल में ग्रामीण महिला किसान उत्सव का आयोजन किया गया। इस उत्सव में 68 गाँवों से महिलाओं और पुरुष की सहभागिता रही। महिलाओं ने इस आयोजन के माध्यम से कृषि, पारंपरिक खानपान, सामुदायिक संसाधनों और महिला सशक्तिकरण के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की और सामूहिक संकल्प लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ महिलाओं ने खेती के महत्व को रेखांकित करते हुए बीज रोपण से किया। इस अवसर पर आम, नीम और बिही के पौधे लगाए गए, जो पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके साथ ही उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिला किसानों का सम्मान देशी बीज देकर किया गया। जिसमें चमेली तेकाम कांसखेडा, प्रेमवती परते हराभाट, ज्ञानवती उइके, हरियो धूमकेती नरेनी माल इन सबने प्राकृतिक खेती के क्षेत्रों में अद्वितीय योगदान दिया है। जिसके लिए इन्हें सम्मानित किया गया।
सफलता और पारंपरिक खानपान पर की चर्चा
कार्यक्रम में मौजूद विधायक नारायण सिंह पट्टा ने किसानों तक सिंचाई के लिए सुरपन नदी का पानी पहुंचाने के प्रयास की बात की। उन्होंने महिलाओं की भागीदारी और जिम्मेदारी को बढ़ाने के लिए आरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहां कि सुरपन नदी घाटी फेडरेशन के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने के प्रयासों को देखकर खुशी हो रही है। जनपद अध्यक्ष सगुना उईके ने प्राकृतिक खेती से सफलता की कहानी साझा की। राजकुमारी मरावी ने पारंपरिक खानपान के स्वास्थ्य लाभों पर चर्चा की।
सांस्कृतिक कार्यक्रम की दी प्रस्तुति
कार्यक्रम के दौरान महिलाओं ने कृषि से संबंधित पारंपरिक गीतों, कर्मा और ददरिया की प्रस्तुति दी, जिससे ग्रामीण जीवन और कृषि में महिलाओं की महत्तवपूर्ण भूमिका को दर्शाया गया। इसके अलावा कविताओं के माध्यम से समाज में समानता और महिला सम्मान पर भी प्रस्तुतियाँ दी गईं। इस आयोजन ने ग्रामीण महिला किसानों के सशक्तिकरण और सामुदायिक संसाधनों की महत्ता को एक नई दिशा दी है।