- जिले के 34 ग्रामों में गूंजा किशोर का शोर
- निकाली जागरूकता रैली
- किशोर किशोरियों को कराई खेल गतिविधि
- जिले के नौ विकासखंडों में किशोर का शोर कार्यक्रम आयोजित
मंडला महावीर न्यूज 29. राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत मंडला जिले के नौ विकासखंड के 34 ग्रामों में किशोर का शोर कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के अंतर्गत नारायणगंज ब्लाक के ग्राम सोंढऱ समेत अन्य ब्लाकों के ग्राम सेमरखापा, टिकरिया, देवरी, बिनेका, जंतीपुर, जहरमऊ मेें कार्यक्रम आयोजित हुआ।
कार्यक्रम का निरीक्षण करने जिला समन्यवक हेमंत रेहंगडाले पहुंचे। किशोर का शोर कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए किशोर किशोरियों को स्वास्थ्य संबंधित जानकारी विस्तार से दी गई। कार्यक्रम में उपस्थित साथिया और किशोर, किशोरियों को किशोर का शोर कार्यक्रम का उद्देश्य बताते हुए उन्हें उचित मार्गदर्शन दिया। इसके साथ ही संस्था से आए हुए राज्य समन्यवक मुन्ना लाल शर्मा द्वारा ग्राम सोंढर में विजिट किया गया। जिनके साथ मंडला के प्रोजेक्ट कॉर्डिनेटर देव प्रकाश पांडे भी उपस्थित रहें।
किशोर का शोर कार्यक्रम के अंतर्गत जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में आयोजित गतिविधियों में राज्य समन्वयक द्वारा सभी किशोरों को मार्गदर्शन दिया। रैली का शुभारंभ रैली अतिथि स्वागत गीत एंथम आस्क चैट बोर्ड के माध्यम से की गई। आयोजित कार्यक्रम में आशा सहयोगिनी, आशा कार्यकर्ता और आरकेएसके काउंसलर और ग्राम के नागरिक उपस्थित रहे। इसके साथ ही किशोर का शोर कार्यक्रम के अंतर्गत किशोर किशोरियों को खेल गतिविधि कराई गई। इस दौरान पोषण एवं उमंग हेल्पलाइन के बारे में जानकारी दी गई एवं चैट बोर्ड के बारे में बताया गया और अगले माह में होने वाले किशोर का शोर कार्यक्रम की जानकारी देते हुए इसकी तैयारी करने के लिए कहा गया, जिससे यह कार्यक्रम और बेहतर किया जा सके।
किशोर का शोर कार्यक्रम में विभिन्न गतिविधियां आयोजित की गई। जिसमें रैली निकाली गई। स्लोगन के माध्यम से जागरूक किया गया। जिसमें किशोर का शोर चारों ओर, सांझ हो या भौंर, आयरन की गोली खाएंगे, एनीमिया दूर भगाएंगे, मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार, स्वस्थ्य किशोर स्वस्थ्य सोंढऱ, गीत ले मशालें चल पड़े हम लोग मेरे गांव के, साथिया एंथम, किशोरावस्था के अंतर्गत स्लोगन के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया।
पोषण का समझाया महत्व
कार्यक्रम में किशोर, किशोरियों को मानव जीवन की पांच अवस्था बाल्य अवस्था, बचपन अवस्था, किशोरावस्था, वयस्कता बुढ़ापा, किशोरावस्था की परिभाषा, किशोर में होने वाले परिवर्तन, किशोरी में होने वाले परिवर्तन व किशोर किशोरी में होने वाले सामान्य परिवर्तन और उनके व्यवहारों में परिवर्तन पर विस्तार से चर्चा की। इस दौरान किशोर, किशोरियों को गतिविधियों के माध्यम से पोषण के संबंध में बताया गया। जिसमें पोषण की परिभाषा को समझाते हुए कहां कि पोषक तत्वों को प्रमुख रूप से दो श्रेणी में बांटा जा सकता है। जिसमें माइक्रोन्यूट्रिएंट्स के अलावा पानी और आहार फाइबर भी महत्वपूर्ण पोषक तत्व में शामिल होते हैं। इसके साथ ही किशोरों को बताया कि पोषण का ध्यान रखना क्यों आवश्यक है। इस दौरान गीत गतिविधियां, सुमन कार्यक्रम पर चर्चा, उमंग स्वास्थ्य केंद्र से प्राप्त सेवाएं पर चर्चा, चैट बोर्ड एवं इसके उपयोग की जानकारी के साथ टोल फ्री नंबर की जानकारी दी गई।