- नक्खी माई के दरबार में पुरानी पेंशन बहाली की लगाई अर्जी
- एकता संघर्ष आग्रह पद यात्रा में नंगे पैर की 21 किमी की पद यात्रा
मंडला महावीर न्यूज 29. वरिष्ठता एवं पुरानी पेंशन बहाली के लिए ट्राईबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन द्वारा एकता संघर्ष आग्रह पद यात्रा ग्राम फूलसागर से बकौरी नक्खी माई माता मंदिर तक निकालकर माता के समक्ष अर्जी लगाई गई। बताया गया कि शिक्षकों और कर्मचारियों की वर्तमान में सबसे ज्वलंत चर्चित मांग 2005 से बंद पुरानी पेंशन की बहाली की है। मप्र में इस मांग को विगत वर्षो से प्रथम नियुक्ति दिनांक से सेवा अवधि की गणना करते हुए सरकार के सामने रख रहे हैं। वर्ष 1998 से नियुक्त हुए शिक्षक को वरिष्ठता ना मिलने से नाम मात्र की ग्रेच्युटी मिल रही है। वरिष्ठता का लाभ न मिलने से पेंशन के लिए भी पात्र नहीं हैं। आगे यदि पेंशन बहाल होगी तब वरिष्ठता ना मिलने से पेंशन से वंचित रहेंगे।
कर्मचारियों ने बताया कि अभी जो एनपीएस योजना में पेंशन मिल रही है वह 800, 1000 या 1200 रुपए मिल रही है। जिसको लेकर शिक्षकों में बहुत पीड़ा है, इस पीड़ा से उबरने के लिए नवरात्रि पर्व पर मंडला जिले के शिक्षक और कर्मचारियों ने मंडला के नर्मदा तट से नंगे पैर करीब 21 किलोमीटर की एकता संघर्ष आग्रह यात्रा बकौरी की नक्खी मांई मंदिर तक की मातारानी के जयकारों के साथ निकाली। इस पदयात्रा में जिले के कई ब्लाकों के शिक्षक, पदाधिकारियों ने अपनी सहभागिता दी। इस पदयात्रा में प्रमुख रूप से प्रांतीय अध्यक्ष डीके सिंगौर, प्रांतीय उपाध्यक्ष श्रीमती अर्चना गोमास्ता, जिलाध्यक्ष दिलीप मरावी, महिला विंग जिलाध्यक्ष मीना साहू, ब्लॉक अध्यक्ष कमोद पावले, कमलेश मरावी, संजुलता सिंगौर, प्रदीप पटेल एवं अन्य सदस्यों और पदाधिकारियों की सहभागिता रही। पदयात्रा में मातृशक्तियों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
उत्साह, संकल्प और जुनून से मंजिल पाना कठिन नहीं
बताया गया कि बकौरी नक्खी माई मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध है। यहां जो भी अपनी मन्नतें मांगता है उसकी मन्नत पूरी होती हैं। इसी तारतम्य में मंडला जिले के शिक्षकों ने भी वरिष्ठता के साथ पुरानी पेंशन की मांग को लेकर अर्जी, याचिका लगाई एवं विश्वास व्यक्त किया कि उनकी यह मांगे मातरानी अवश्य पूरा करेंगी। ट्राईबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष ने पैदल यात्रा के दौरान सभी साथियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे छोटे-छोटे कदमों में बहुत ताकत होती है यदि हमारे अंदर उत्साह, संकल्प और जुनून है तो मंजिल को पाना कठिन नहीं होता है। हमारी पद यात्रा का यही उद्देश्य था। जिसके माध्यम से हम हमारी नियुक्ति दिनांक से पुरानी पेंशन की मांग को पूर्ण कराएंगे।
यात्रा को सफल बनाने में इनका रहा सहयोग
वरिष्ठता एवं पुरानी पेंशन बहाली के लिए एकता संघर्ष आग्रह पद यात्रा में राजकमल हरदाहा, विपिन अग्रवाल, पवन नामदेव, नीलकांत अग्रवाल, अनिल सिंगौर, अर्चना गोमास्ता, सविता कटारे, पदमा सिंगरौरे, सोनिया चौरसिया, उर्मिला, कमला, मरकाम, चंद्रकला, मनीषा, नंदकिशोर कटारे, गंगा यादव, सुनील नामदेव, कमोद पावले, कमलेश मरावी, अखिलेश नामदेव, संजय रजक, श्रीपाल, प्रदीप पटेल, नरेश सैयाम, अशोक आर्सिया, सुरेंद्र कुर्वेती, जयदेव मार्को, मूलचंद कुंजाम, अशोक यादव, प्रफुल्ल डोंगरे, संजय साहू, हैम सिंह, अनुपम पदम, केहर सिंह, भोरे सिंह, पवन, रामायण मिश्रा के साथ सैकड़ों शिक्षक इस पदयात्रा में शामिल हुए।