अब पर्यटक कान्हा के फेन अभ्यारण में रूक सकेंगे रात

आज 01 अक्टूबर से पर्यटन के लिए शुरू होगा कान्हा नेशनल पार्क

  • अब पर्यटक कान्हा के फेन अभ्यारण में रूक सकेंगे रात
  • कान्हा का बफर जोन तीन माह रहा गुलजार
  • जुलाई अगस्त में 01 हजार 908 पयटकों ने की बफर जोन में सफारी
  • पर्यटकों को बाघों के हुए दीदार, कान्हा की प्रकृति सौंदर्यता का उठाया लुफ्त

मंडला महावीर न्यूज 29. ख्यातिलब्ध कान्हा नेशनल पार्क 1 जुलाई से 30 सितंबर तक पर्यटन के लिए बंद है। अब 01 अक्टूबर से कान्हा पार्क में पर्यटकों को पर्यटन की अनुमति मिलेगी। इन तीन माह तक पर्यटको को बफर जोन के अलावा अन्य जोन में वनराज के दीदार नही होते है। जिसके कारण पर्यटकों को वनराज के दीदार के लिए बाकी जोनो में पर्यटन करने के लिए इंतजार करना पड़ता है। रैनी सीजन में कान्हा पार्क के बफर जोन के खटिया, खापा बकौर और सिझौरा जोन में पर्यटकों भ्रमण कर वन्यप्राणियों का दीदार किया।

बताया गया कि बाकी जोन रैनी सीजन में बंद कर दिए जाते है। रैनी सीजन में पार्क के अंदर के मार्ग खराब हो जाते है, जिसके कारण इस मौसम में सफारी, पर्यटन बंद रहता है। वहीं बफर जोन के तीनों जोन में रैनी सीजन के दौरान पर्यटन शुरू रहता है। सिर्फ बफर जोन में ही पर्यटक सफारी कर सकते है। बफर जोन में सफारी के लिए आने वाले पर्यटक फिलहाल कान्हा की प्रकृति सौदर्यता, वन प्राणियों समेत बाघ के दीदार का लुफ्त उठाया है। वहीं पर्यटकों को बफर जोन में बाघिन समेत शावकों की अठखेलियों का भी नजारा देखने मिला है।

जानकारी अनुसार इस बार कान्हा में देशी, विदेशी पर्यटकों से पार्क गुलजार रहा। रैनी सीजन के तीन माह कान्हा पार्क पर्यटन के लिए बंद रहता है। रैनी सीजन में जंगल में प्रवेश करना खतरा भरा होता है। यह सीजन वन्यप्राणियों के प्रजनन काल का समय होता है। जिसके कारण बारिश में पर्यटन प्रतिबंधित रहता है। सिर्फ रैनी सीजन में बफर जोन में ही पर्यटक भ्रमण कर सकते है। जिसके लिए रैनी सीजन में कान्हा आने वाले पर्यटक बफर के प्राकृति सौंदर्य के साथ वन्यप्राणियों के भी दीदार करते है।

बफर जोन में प्राकृति का आनंद 

विगत वर्ष पहले ही बफर जोन में रैनी सीजन के समय पर्यटन शुरू किया गया है, इससे पहले कान्हा के सभी जोनों में रैनी सीजन में पर्यटन पर प्रतिबंध था। जिसके कारण रैनी सीजन में पर्यटन नहींं होता था, लेकिन विगत वर्ष से बफर जोन में सफारी शुरू कर दी गई है। जिसके बाद से रैनी सीजन में भी देशी, विदेशी पर्यटक कान्हा के बफर जोन में प्राकृति का आंनद और वन्य प्राणियों के खूब दीदार किए।

बफर जोन में भी हो रहे वन्यप्राणियों के दीदार 

रैनी सीजन में पर्यटक बफर जोन घूमने आए। यहां आए पर्यटकों को यहां भी वन्य प्राणियों के दीदार भी हुए। वन्यप्राणियों को देखकर पर्यटकों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। क्योंकि बफर जोन में आने वाले देशी, विदेशी पर्यटकों को सफारी के दौरान बाघिन और शावकों को देखने का मौका मिला। यहां उनकी अठखेलियां देख पर्यटक रोमांचित भी हो रहे है। इस रैनी सीजन में कान्हा के बफर जोन में भी पर्यटकों की आमद अच्छी खासी रही। यहां देशी, विदेशी पर्यटक रैनी सीजन में भी बफर जोन का लुफ्त उठाया।

आज होगा इंतजार खत्म 

रैनी सीजन में कान्हा पार्क 01 जुलाई से 30 सितंबर तक तीन माह के लिए बंद रहता है। पर्यटकों का इंतजार अब धीरे-धीरे कम होता जा रहा है। रैनी सीजन समाप्त होने को है। जिसके चलते अब कान्हा पार्क आज 01 अक्टूबर से शुरू हो जाएगा। आज से कान्हा पार्क के सभी जोनों पर पर्यटक भ्रमण कर सकेंगे। पर्यटकों का पार्क में सफारी करने का इंतजार आज खत्म हो जाएगा।

रैनी सीजन में बफर जोन भी रहा गुलजार 

बताया गया कि रैनी सीजन में कान्हा के कोर क्षेत्र में भ्रमण बंद रहता है। विगत वर्ष पहले ही बफर जोन में पर्यटकों को पर्यटन के लिए शुरू किया गया है। यहां बफर जोन में भी देशी पर्यटकों की आमद रैनी सीजन में ज्यादा हो रही है। विदेशी पर्यटक ना के ही सामान आते है। विगत वर्ष 2022 में बफर जोन में जुलाई माह में 882 देशी पर्यटक और अगस्त माह में 959 देशी पर्यटकों ने बफर जोन का भ्रमण किया। वहीं इस वर्ष 2023 में जुलाई माह में विगत वर्षो की अपेक्षा इस वर्ष ज्यादा पर्यटकों ने बफर जोन की सफारी की। इसी वर्ष 2024 में 1419 देशी पर्यटक और 05 विदेशी पर्यटक और अगस्त माह में 1294 देशी पर्यटक और 03 विदेशी पर्यटकों ने भ्रमण किया। इस वर्ष 2024 में जुलाई माह में 955 और अगस्त माह में 953 पर्यटकों ने इस रैनी सीजन में बफर जोन की सफारी की। इसके साथ ही इस वर्ष विदेशी पर्यटकों की संख्या काफी कम रही। सितंबर माह में हुई बारिश के कारण इस वर्ष विदेशी पर्यटकों पर असर पड़ा है।

फेन अभ्यारण में पर्यटक रूक सकेंगे रात 

बताया गया कि कान्हा नेशनल पार्क का प्राकृति सौदर्यं की अनुभूमि ही अलग है। यहां आने वाले देशी, विदेशी पर्यटक यहां आने के बाद दोबारा आनेे का मन जरूर बनाते है। यहां का प्राकृति सौंदर्य के साथ यहां के वन्यप्राणियों की चहल कदमी के दृश्य मंत्र मुग्ध करने वाले होते है। पर्यटकों की इसी उत्सुकता को देखते हुए कान्हा प्रबंधन ने इस वर्ष कान्हा पार्क के मोतीनाला और मवई क्षेत्र में स्थित फेन अभ्यारण में आने वाले पर्यटकों के लिए रात्रि रूकने की व्यवस्था बनाई है। अभ्यारण के अंदर रूकना सिर्फ कान्हा के फेन जोन में की गई। सफारी करने आने वाले ऐसे पर्यटक जिन्होंने दो समय का टिकिट बुक कराया है, जिसमें शाम की पाली और सुबह की पाली शामिल होना जरूरी है। कोई भी पर्यटक जिसे फेन अभ्यारण में रूकना है तो पहले शाम की पाली का टिकिट लेना जरूरी है, जिसके बाद सुबह की पाली में भ्रमण करते हुए वह वापस हो जाए। फेन अभ्यारण में पर्यटकों के लिए तीन रूम की व्यवस्था फिलहाल बनाई है। जिससे पर्यटक यहां रात्रि में भी जंगल का सौंदर्य का आनंद ले सके। फेन अभ्यारण में बने इन तीन कमरों करीब छह व्यक्तियों के लिए फिलहाल व्यवस्थाएं की गई है।

बफर जोन से मिली कुछ राहत 

बारिश के तीन माह कान्हा नेशनल पार्क बंद रहने के कारण यहां के जिप्सी संचालक, चालक, गाइड समेत यहां संचालित होने वाले होटल, ढाबों और रेस्टोरेंट पर काफी प्रभाव पड़ता है। बारिश के तीन माह इन सभी को आर्थिक परेशानी उठानी पड़ती है। लेकिन विगत वर्ष बफर जोन में शुरू हुए पर्यटन के बाद से कुछ राहत मिली है। बफर जोन में पर्यटन शुरू हो जाने से कान्हा पार्क पर निर्भर रहने वाले सभी को तो राहत नहीं मिल सकती, लेकिन कुछ लोगों को राहत इस बफर जोन से मिलना शुरू हो गई है।


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