- यात्री बसों की मनमानी, वसूल रहे मनमाना किराया, कर रहे अभद्रता
- किराया सूची है जारी, फिर भी अधिक वसूल रहे यात्रियों से किराया
- यात्रियों से अभद्रता करने से बाज नहीं आ रहे बस एजेंट
मंडला महावीर न्यूज 29. आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला में यात्री वाहन संचालकों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है। जिले भर में अधिकत्तर बस संचालक यात्रियों से मनमाना किराया ले रहे है। किलोमीटर के हिसाब से यात्रियों का किराया तय है, बावजूद इसके तय किराए से अधिक किराया यात्रियों से लिया जा रहा है। अधिकत्तर बसों में किराया सूची गायब है, तो फास्टेट बॉक्स भी खाली पड़े है, वहीं आकस्मिक दरवाजे भी भगवान भरोसे है। यात्रियों को दी जाने वाली टिकिट में कितना किराया लिखा है, कहां से कहां जा रहे है, किस दिन यात्रा कर रहे है, इन सबका उल्लेख स्पष्ट नहीं होता है। इसके साथ ही यात्री वाहनों में चलने वाले एजेंट यात्रियों से किराया के लिए अभद्रता भी करते नजर आते है।
जानकारी अनुसार जिले में बस संचालकों की मनमानी चरम पर है। इन बस संचालक के हौसले इतने बुलंद है कि बिना डरे तय किराए से अधिक किराया यात्रियों से ले रहे है। किराए सूची में 38 किमी के 48 रूपए किराया अंकित है, जबकि बस कंटेक्टर और एजेंट 48 रूपए के वजाए 60 रूपए किराया ले रहे है। ऐसा ही हाल जिले के हर विकासखंडों के है, जहां तय किराया से अधिक किराया लोगों से वसूला जा रहा है। परिवाहन विभाग आंख बंद करके बस देख रहा है। कार्रवाई के नाम पर खाना पूर्ति की जा रही है।
बताया गया कि जिले से संचालित होने वाली अधिकत्तर यात्री वाहनों के साथ रोहाणी बस द्वारा यात्रियों से मनमाना किराया वसूला जा रहा है। मंडला से होकर जाने वाली रोहाणी ट्रेवल्स की बस में यात्रियों से टिकट के छुट्टे पैसा हड़पने औऱ ज्यादा किराया वसूलने के साथ अभद्रता करने का मामला प्रकाश में आया है। बता दे कि पूर्व के दिनों में यात्रियों के द्वारा किराया को लेकर शिकायत प्राप्त हो रही थी कि यात्री बसों में यात्रियों से एजेंट द्वारा निर्धारित दर से अधिक किराया वसूला जा रहा है। इसी विषय को लेकर मंडला आरटीओ द्वारा कार्यवाही की गई थी। इसके साथ ही एक किराया लिस्ट भी जारी की गई थी जिसके अनुसार किलोमीटर के एवज पर किराया लिया जायेगा।
बताया गया कि कुछ दिनों तक सभी यात्रियों से किलोमीटर के अनुसार किराया लिया जा रहा था लेकिन मंडला बस स्टैंड से टिकट एजेंट द्वारा पुन: फिर से किराया को लेकर अभद्रता से बात करते हुए अपनी धौस बताते नजर आ रहे है। यात्रियों के द्वारा किराया की जानकारी पूछने पर उन्हें आरटीओ जाकर पता करने को कहां जाता है। इन एजेंटों के इतने हौसले बुलंद है कि यह टिकट में साफ साफ लिखावट भी नहीं होती हैं। इनसे यात्रीगण परेशान नजर आ रहे हैं । इस परेशानी का मानो तो अभी तक कोई हल ही नहीं निकल पाएगा।
यात्री बसों का नहीं रखते हैं मेंटेनेस
यात्रियों को तो हमेशा ही से अपने आवागमन के लिए बस जैसे संसाधन का उपयोग करना होता है लेकिन यहां बस मालिको को अपनी कमाई ही नजर आती है, लेकिन इस बारिश के मौसम में जिले से संचालित कई जर्जर बसों में बारिश का पानी टपक रहा है। जिसके कारण यात्रियों को बस में बैठने में भी परेशानी होती है। वाहन संचालक द्वारा समय-समय पर वाहनों का मेंटेनेंस कार्य नहीं कराया जाता है सिर्फ इन गाडिय़ों का उपयोग अपनी जेब भरने के लिए किया जा रहा है।
इनका कहना है
मैं लगभग दोपहर 2 बजे नारायणगंज मंडला बस स्टैंड से रोहाड़ी बस क्रमांक एमपी 20 पीए 1014 में बैठकर आ रहा था, इस बस में टिकट एजेंट द्वारा किराया को लेकर मुझे अभद्र प्रकार से बात करने लगा, जब मैं उससे किराए की किलोमीटर के हिसाब से दर पूछा तब मुझे कहने लगा कि जाकर आरटीओ में पूछो और अपनी धौस दिखाने लगा।
किराए की लिस्ट ना दिखाने पर मेरे द्वारा एजेंट को पूछा गया तब उसने कहा कि 60 रूपए ही किराया लगता है। पहली बार आ रहे क्या कहने लगा। एजेंट ने कहां कि तुमको इतना ही किराया देना ही पड़ेगा। इस प्रकार के शब्दों से यह लगता है कि यह प्रतिदिन इसी प्रकार ऐजेंट के द्वारा यात्रियों को अपनी धौस दिखाते हैं।