जातेे जाते जमकर बरस रहे बदरा, चारो तरफ पानी ही पानी

  • जातेे जाते जमकर बरस रहे बदरा, चारो तरफ पानी ही पानी
  • बारिश से जन जीवन हुआ अस्त व्यस्त, जिले के कई मार्ग हुए अवरूद्ध

मंडला महावीर न्यूज 29. पिछले दिनों से मौसम में अस्थिरता बनी हुई है। आसमान में चहल कदमी करते बादल जमकर बरसे। पिछले कुछ दिनों से जिले में बारिश थमने के कारण उमस और गर्मी ने लोगों के हाल बेहाल कर दिया था। रिमझिम बारिश के बाद आसमान साफ होने से उमस ने लोगों को परेशान कर दिया था। लेकिन सोमवार और मंगलवार की रात्रि शुरू हुई झमाझम जोरदार बारिश ने मौसम में ठंडक घोल दी। जिले समेत आसपास के जिलों में हो रही बारिश से मंडला जिले से गुजरी नर्मदा नदी का जल स्तर भी बढ़ गया। वहीं जिले के कई मार्ग तेज बारिश के कारण अवरूद्ध हो गए। जिससे वाहनों के पहिए थम गए। बताया गया कि अब मानसून की विदाई होने वाली है। जाते जाते मानसून अब सावन की झड़ी जैसे बरस रहे है।

जानकारी अनुसार मंगलवार को दिन भर जिले भर में झमाझम बारिश का दौर जारी रहा। सुबह से लेकर देर शाम तक तेज बारिश होती रही। इसके अलावा अंचलों में भी जोरदार बारिश होने से नदी-नालों में पानी बढ़ गया। जिसके कारण कई मार्ग अवरूद्ध हुए। दिन भर हुई तेज बारिश का असर जन जीवन पर भी दिखाई दिया। जिला मुख्यालय के कई नगरीय वार्डो में जल भराव हो गया। वहीं हाट बाजार में बहुत कम ही ग्रामीणजन पहुंचे। हालांकि बीच- बीच में बारिश ने लोगों को राहत भी दी।

सड़कों में भरा पानी, शहर हुआ पानी-पानी 

नगर के कई मार्ग एक बार फिर से लबालब हो गया। रेडक्रॉस के सामने, बस स्टेंड के पीछे और अनेक क्षेत्रों के मुख्य मार्ग से ही पानी बह रहा था। यहीं आलम अधिकांश वार्डों के भी रहे। जहां पर पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नही होने से मार्गो पर पानी भरा हुआ था। इसके साथ सीवन लाईन कार्य के कारण मुख्यालय के कई मार्ग भी कीचड़ से सने रहे। लोगों को कीचड़ के बीच से ही होकर गुजरना पड़ा। दिनभर हुई झमाझम बारिश ने शहर को तरबतर कर दिया। सड़कों पर पानी बह निकला, तो कई जगह पानी भर गया। सावन बीतने के बाद अब भादो माह भी समाप्त होने वाला है। सावन में जहां झड़ी नहीं लगी, वहीं भादों माह में मेघ जमकर बरस रहे है। बारिश की बूंदों से उमस और तपिश से बेहाल शहरवासियों को राहत मिली है। दिनभर हुई बारिश से रास्ते और बाजार जलमग्न हो गए।

खेत हुए लबालब, धान को फायदा 

जिले में मंगलवार को हुई तेज बारिश से लोगों को ठंडक का एहसास होने लगा। खेतों के तर होने से लगी फसल को बारिश से अमृत के समान राहत मिली है। झमाझम बारिश से खेतों में लबालब पानी भर गया। वहीं रास्तों पर पानी भरने से लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा। बताया गया कि इस बारिश से धान की फसल को फायदा पहुंचा है। असिंचित खेतों में बोई गई धान की फसल के लिए यह बारिश अमृत के समान है। बारिश हो जाने से खाली हो चुके खेत भर जाएगे। धान की फसल को नमी मिलेगी। जिससे फसल की गुणवत्ता बढ़ेगी।

 

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